उत्तराखंड

उत्तराखंड में मौसम ने बदली करवट, पहाड़ से मैदान तक बारिश, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम ने करवट बदल ली है। पहाड़ से मैदान तक बादल मंडरा रहे हैं। सोमवार को सुबह से धूप-छांव का खेल जारी रहने के बाद दोपहर बाद देहरादून में तेज आंधी चली, जिससे तापमान के गिरावट दर्ज की गई। विकासनगर में भी मौसम का मिजाज बदला और तेज हवा चलनी शुरू हो गई है। यहां बादलों व तेज हवा के कारण गर्मी से कुछ निजात मिली है। वहीं नैनीताल में बौछारें पड़ींं, जिससे वहां ठंड बढ़ गई और मौसम सुहावना हो गया। बिपरजॉय के असर को देखते हुए प्रदेश में आज यानी सोमवार को भारी वर्षा, ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी की गई है। चारधाम यात्रा मार्गों पर विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी श्रद्धालुओं से मौसम के पूर्वानुमान को देखकर ही यात्रा पर आने और इस दौरान सुरक्षित स्थानों पर ठहरने की अपील की है।

मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड में सोमवार को मौसम के तेवर तल्ख हो सकते हैं। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं तीव्र बौछार, झोंकेदार हवाएं और ओलावृष्टि के आसार हैं। जबकि, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर, पौड़ी, देहरादून और नैनीताल में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और 70 से 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चल सकता है। इसे लेकर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम को लेकर जारी अलर्ट के मद्देनजर श्रद्धालुओं से यात्रा रोकने की अपील की है। मुख्यमंत्री ने मीडिया के माध्यम से कहा कि मौसम की जानकारी लेकर ही चारधाम यात्रा पर निकलें। साथ ही जो श्रद्धालु यात्रा पर निकल चुके हैं वे सुरक्षित स्थानों पर ठहर जाएं। इसके अलावा प्रदेश के संवेदनशील क्षेत्रों में जाने से बचें।

रुड़की में रविवार को कई दिनों के इंतजार के बाद रिमझिम वर्षा हुई। ऐसे में सुबह के वक्त तो मौसम थोड़ा राहतभरा रहा, लेकिन बाद में धूप खिलने से दोपहर में लोगों को फिर से उमस झेलनी पड़ी। आग उगलती गर्मी से राहत पाने के लिए लोग झमाझम वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वहीं शनिवार रात से शहर और आसपास के क्षेत्रों में मौसम का मिजाज बदल गया। हवा चलने के साथ बूंदाबांदी भी हुई। रविवार अलसुबह से लेकर सुबह दस बजे तक रिमझिम वर्षा होती रही। आसमान में बादल छाने और वर्षा होने से सुबह मौसम गर्मी से राहत भरा रहा, लेकिन लोगों को भीषण गर्मी से ज्यादा देर राहत नहीं मिल सकी। क्योंकि सुबह 11 बजे के बाद धूप खिल गई और उमस होने लगी।

हालांकि मौसम के करवट लेने से शनिवार की तुलना में रविवार को तापमान में गिरावट दर्ज की गई। रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 39 डिग्री से लुढ़ककर 35 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री से कम होकर 24.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उधर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग में संचालित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा परियोजना से मिली जानकारी के अनुसार 21 जून तक आसमान में बादल छाने और बूंदाबांदी होने की संभावना है।

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