मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में तीन नागरिकों की मौत
सुरक्षा बलों ने संभाला मोर्चा
नई दिल्ली। मणिपुर में 12 दिनों की शांति के बाद शुक्रवार को फिर से हिंसा भड़क उठी है। हथियार से लैस बदमाशों ने उखरुल जिले में तीन ग्राम रक्षा कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के अनुसार, यह घटना जिला मुख्यालय उखरूल शहर से लगभग 47 किमी दूर स्थित कुकी आदिवासियों के गांव थौवाई कुकी में के आसपास हुई। बीएसएफ सहित सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, मैतेई उपद्रवियों ने सबसे पहले गांव के ड्यूटी पोस्ट पर हमला किया, जहां स्वयंसेवक गांव की सुरक्षा के लिए ड्यूटी कर रहे थे। इस गोलीबारी में कुकी स्वयंसेवकों के तीन लोगों के मारे जाने की खबर है। मारे गए लोगों की पहचान जामखोगिन हाओकिप (26), थांगखोकाई हाओकिप (35) और होलेनसोन बाइते (24) के रूप में हुई है। मणिपुर में 3 मई से इंफाल घाटी में बहुसंख्यक मैतेई और आसपास के पांच जिलों में प्रभावी आदिवासी कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़पें देखी जा रही हैं। इन झड़पों में 160 से अधिक लोगों की जान चली गई है। लगभग 50,000 लोग विस्थापित हुए हैं।
उखरुल के पुलिस अधीक्षक एन वाशुम ने पुष्टि करते हुए कहा, हमारी जानकारी के अनुसार हथियारबंद बदमाशों का एक समूह पूर्व में स्थित पहाडिय़ों से गांव में आया और ग्राम रक्षकों पर गोलीबारी शुरू कर दी। घटना में गांव के तीन लोगों की मौत हो गई है। किसी के घायल होने की कोई रिपोर्ट नहीं है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद सुरक्षा बढ़ा दिया गया है। घटना में शामिल लोगों को पकडऩे के लिए राज्य पुलिस और भारतीय सेना द्वारा संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। आपको यह भी बता दें कि 5 अगस्त को बिष्णुपुर और चुराचांदपुर जिलों में दो समुदायों के बीच गोलीबारी की अलग-अलग घटनाओं में पांच लोग मारे गए थे। इनमें तीन मैती और दो कुकी समुदाय के लोग शामिल थे।