पाकिस्तान से प्यार की तलाश में निकली युवती प्रेमी और बच्चो संग हुई गिरफ्तार, करवटें बदलते हुए जेल की सलाखों के पीछे गुजरी रात
ग्रेटर नोएडा। पाकिस्तान से प्यार की तलाश में निकली सीमा गुलाम हैदर की जेल में पहली रात करवटें बदलते हुए गुजरी। वहीं उसके चारों बच्चे भी जेल की सलाखों के पीछे डरे-सहमे रहे। सीमा को महिला सेल, प्रेमी सचिन और उसके पिता को क्वारंटीन सेल में रखा गया है। उनके चेहरों पर भी उदासी छाई रही। बताया जा रहा है कि कुछ जांच एजेंसियों ने जेल में सीमा से पूछताछ की है। जेल अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर और उसके चार बच्चों को महिला बैरक में रखा गया है। बताया गया कि सीमा गुलाम हैदर जब रात में सो नहीं पाई तो उसने प्रेमी सचिन से मिलने के लिए जेल प्रशासन से गुहार लगाई। यही हाल सचिन का भी रहा। वह भी जेल में पहली रात सो नहीं पाया और अगले दिन उदास रहा। सीमा ने अपने बच्चों के साथ दाल रोटी खाई।
जेल अधिकारियों ने बताया कि तीनों से मिलने जेल में कोई नहीं आया है। इस मामले में सचिन के रिश्तेदारों ने दोनों की जमानत के लिए याचिका डालने के लिए कुछ अधिवक्ताओं से संपर्क किया है। सचिन और पाकिस्तानी सीमा हैदर जिस होटल में रुके थे, उन होटल मालिकों से एजेंसियों ने पूछताछ की है। इसके अलावा सीमा हैदर नेपाल की जिस ट्रैवल एजेंसी की मदद से भारत पहुंची है, उस के बारे में जांच एजेंसियां पता लगा रही हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर के परिजन या अन्य किसी ने संपर्क नहीं किया है। अगर वह संपर्क करते हैं तो इसकी सूचना जांच एजेंसियों को दी जाएगी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी महिला और सचिन के पास से कई सिम और मोबाइल बरामद हुए हैं। मोबाइल और सिम से काफी डाटा डिलीट किया गया है। डाटा रिकवर करने के लिए एक्सपर्ट की टीम जुटी है। इसमें सचिन और उसके परिजन के मोबाइल और सिम का भी डाटा रिकवर किया जा रहा है। पड़ोसियों को शक न हो, इसलिए सचिन और सीमा ने बच्चों के हिंदुस्तानी नाम रखे थे।
वहीं, वकील को उनकी बातों पर शक होने का एक बड़ा कारण यह भी था कि बच्चे सीमा को दीदी कह रहे थे। हिरासत में लेने के बाद पुलिस ने सीमा के चारों बच्चों को कोल्ड ड्रिंक पिलाई, बिस्कुट और खाना खिलाया। सीमा और सचिन को भी ढाबे से मंगाया खाना खिलाया गया। पुलिस ने न्यायालय के आदेश पर सीमा के चारों बच्चों को भी उसके साथ जेल भेजा है। छह साल तक के बच्चों को मां के साथ जेल भेजा जाता है लेकिन उन्हें घर जैसा माहौल दिया जाता है। सीमा का बड़ा बेटा सात वर्ष का है। उसे भी मां के साथ भेजा गया है। आरोपियों से फर्जी तीन आधार कार्ड बरामद हुए हैं। सचिन और सीमा ने अपने व एक बच्चे का किसी अन्य आधार कार्ड से एडिट कर तीनों आधार कार्ड बनवाए थे। इन कार्ड में सीमा ने सचिन को अपना पति दर्शाया है।
इसके अलावा सीमा ने सात महीने पहले भी पाकिस्तान सीमा से बार्डर पार कर भारत आने की कोशिश की थी, लेकिन सुरक्षाबलों की चौकसी के कारण नाकाम हो गई थी। आपको बता दें कि पबजी गेम पार्टनर संग जिंदगी बिताने के लिए पाकिस्तान की सीमा (27) चार बच्चों संग दो देशों की बॉर्डर ही नहीं सारे बंधन लांघकर रबूपुरा कस्बे में पहुंच गई। सीमा नेपाल के रास्ते लगभग एक माह पहले भारत पहुंची और रबूपुरा के सचिन के साथ शुक्रवार रात तक रही। सीमा के पास भारत में रहने का कोई वैध दस्तावेज नहीं है। भारतीय नागरिकता हासिल करने के लिए युवक और महिला शादी करने के प्रयास में थे। इसी बीच गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरेट पुलिस को इसकी सूचना मिल गई।
जैसे ही पुलिस महिला को तलाशने में जुटी महिला, युवक और अपने बच्चों संग टैक्सी में सवार होकर जेवर की ओर फरार हो गई। हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। वहीं, सुरक्षा एजेंसियां ये भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि वास्तव में ये मामला प्रेम प्रसंग का है या फिर पबजी पर दोस्ती के बहाने कोई गहरी साजिश तो नहीं रची जा रही है।