भाजपा विधायक की परिवहन अधिकारी पर दबंगई पर मचा तूफान
कांग्रेस ने विधायक के आक्रामक अंदाज पर भाजपा को घेरा
परिवहन अधिकारी का परिवार का बरसों बरस से संघ से नाता
परिवहन अधिकारी को हड़काने का वॉयरल वीडियो से भाजपा बैकफुट पर
कोटद्वार। लैंसडौन से भाजपा विधायक महंत दलीप रावत के परिवहन विभाग के अधिकारी को धमकाने सम्बन्धी वीडियो वॉयरल होने के बाद कांग्रेस ने आक्रामक तेवर अख्तियार कर लिए है। प्रतिपक्ष नेता यशपाल आर्य का कहना है कि पूर्व में कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने ऋषिकेश में एक व्यक्ति को लात घूसों से मारा था। लेकिन सीएम ने कोई कार्रवाई नहीं की। और अब कोटद्वार में चालान काट रहे ARTO हरीश सती को भाजपा विधायक दलीप रावत ने मारने के लिए हाथ उठा दिया। और कहा कि रैपट मार दूंगा.. उन्होंने कहा कि शनिवार को यह खेदजनक घटना के गवाह कई विभागीय कर्मी भी थे। इसके अलावा कांग्रेस नेत्री व लैंसडौन विधानसभा से दलीप रावत के खिलाफ चुनाव लड़ चुकी अनुकृति गुसाईं, सुजाता पाल व गरिमा दसौनी ने कहा कि भाजपा विधायक सरेआम तानाशाही पर उतर आए है।
भाजपा में हलचल
इस घटना के बाद भाजपा में भी विशेष हलचल मच गई है। दरअसल, परिवहन अधिकारी हरीश सती का परिवार संघ से जुड़ा है। वे भाजपा नेत्री सुधा सती के पुत्र हैं। इस घटना के बाद पार्टी के ही कुछ लोगों ने ऊपर तक वस्तुस्थिति बताई है। लेकिन परिवहन अधिकारी हरीश सती ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली है।
क्या था मामला
इन दिनों कोटद्वार में सिद्धबली महोत्सव चल रहा है। लिहाजा परिवहन अधिकारी हरीश सती कौड़िया चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग कर रूटीन चालान काट रहे थे। सिद्धबली महोत्सव में हिस्सा लेने बिजनौर जनपद के कई श्रद्धालु भी आ रहे थे।इन्हीं में नजीबाबाद की दिशा से आ रहे किसी वाहन के कागजात नहीं होने पर परिवहन अधिकारी सती ने चालान काट दिया। वाहन स्वामी ने विधायक महंत को फोन किया। लेकिन बात नहीं बनी। इसके बाद भाजपा विधायक दलीप रावत स्वंय मौके पर पहुंच गए। और एआरटीओ सती को चालान काटने पर हड़काते हुए मारने के लिए हाथ भी उठा लिया। इस दौरान विधायक के साथ पार्टी नेता भी मौजूद थे।
इस घटना का किसी ने वीडियो बनाते हुए वॉयरल कर दिया। हालांकि, भाजपा के बड़े नेताओं ने पूरे मामले में चुप्पी साध ली है। सिद्धबली महोत्सव के दौरान तीन बार के विधायक दलीप रावत के इस वॉयरल वीडियो से उठी आंधी को कांग्रेस तूफान में तब्दील करते हुए मोर्चे पर डट गयी है।