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प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण को लेकर दिल्ली में धारा 144 लागू, इन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री के तौर पर लगातार तीसरी बार शपथ ग्रहण करने जा रहे पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुकालात की. पीएम मोदी से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए मनोनीत किया और राष्ट्रपति के समक्ष सरकार बनाने का दावा करते हुए सहयोगी सांसदों की लिस्ट सौंपी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात के बाद अब राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. प्रधानमंत्री के तौर पर तीसरी बार नरेंद्र मोदी रविवार, 9 जून की शाम 07:15 बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण करेंगे. शपथ ग्रहण को लेकर दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. शुक्रवार की शाम दिल्ली पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने राजधानी में धारा 144 लगाने का आदेश जारी किया।

दिल्ली में  धारा 144 लागू
नौ जून को शपथ ग्रहण समारोह के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी और राष्ट्रपति भवन की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की पांच कंपनी, राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) कमांडो, ड्रोन और ‘स्नाइपर’ (अचूक निशानची) को तैनात किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह के लिए दक्षेस (दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन) के सदस्य देशों की गणमान्य हस्तियों को आमंत्रित किए जाने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी ‘हाई अलर्ट’ पर रहेगी. उन्होंने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने वाले गणमान्य व्यक्तियों के उनके होटल से समारोह स्थल जाने और वापस आने के लिए निर्दिष्ट मार्गों की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा 9 और 10 जून को दिल्ली के आसमान में ड्रोन, पैराग्लाइडर्स समेत ऐसी सभी एक्टिविटी पर पाबंदी रहेगी. पूरी दिल्ली को नो फ्लाई जोन घोषित कर दिया गया है।

कौन दिलाएगा प्रधानमंत्री पद की शपथ?
जैसा कि हमने पहले बताया कि प्रधानमंत्री पद की शपथ नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति भवन में 9 जून की शाम 07:15 बजे लेगें. उनके साथ कैबिनेट स्तर के कई अन्य नेता भी शपथ लेंगे. राष्ट्रपति भवन में देश की प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री और केंद्रीय मंत्रिपरिषद के अन्य सदस्यों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी. शपथ ग्रहण समारोह से पहले अब इस बात को लेकर भी अटकलें शुरू हो गई हैं कि पीएम मोदी किस भाषा में शपथ ले सकते हैं. 2014 और 2019 की बात करें तो दोनों कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी ने हिंदी भाषा में शपथ ली थी. आपको बता दें कि संवैधानिक पद की शपथ संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल किसी भी भाषा में शपथ ली जा सकती है. 8वीं अनुसूची में कुल 22 भाषाएं शामिल हैं।

इन देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की उम्मीद
शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, भूटान, नेपाल, मॉरीशस और सेशेल्स के शीर्ष नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है. शहर के लीला, ताज, आईटीसी मौर्या, क्लेरिजेस और ओबेरॉय जैसे होटल को पहले ही सुरक्षा घेरे में ले लिया गया है. समारोह के दिन दिल्ली पुलिस के स्वाट और एनएसजी के कमांडो राष्ट्रपति भवन एवं विभिन्न अहम स्थानों के आसपास तैनात रहेंगे. अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने समारोह के मद्देनजर सुरक्षा योजना बनाने के लिए पुलिस मुख्यालय और नयी दिल्ली जिले में कई बैठकें कीं. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि चूंकि यह आयोजन राष्ट्रपति भवन के अंदर होना है, इसलिए परिसर के अंदर और बाहर तीन-स्तरीय सुरक्षा होगी. ‘बाहरी घेरे’ पर दिल्ली पुलिस के जवान तैनात रहेंगे, उसके बाद अर्धसैनिक बल के जवान और ‘भीतरी घेरे’ में राष्ट्रपति भवन की आंतरिक सुरक्षा के जवान तैनात रहेंगे।

 

 

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