नार्को नक्सलिज्म से प्रभावित इलाकों में बड़े एक्शन की दरकार
अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के दूसरे सत्र में ड्रग्स के खिलाफ अभियान पर रहा जोर
देहरादून। अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के द्वितीय सत्र में नारकोटिक्स: एक अभूतपूर्व दृष्टिकोण (Narcotics : A Game Changing Approach) पर हुई चर्चा में महेश कुमार अग्रवाल, ADGP, Crime & Enforcement, Chennai ने नारकोटिक्स एवं ड्रग्स पैडलर्स के नेटवर्क एवं उन पर की गयी कार्यवाही के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया।
उन्होंने कहा कि ड्रग्स की मांग में कमी लाकर सप्लाई को कंट्रोल किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि सभी हितधारकों को ड्रग्स के विरूद्ध अभियान में एक मंच पर आकर विशेष अभियान चलाने की आवश्यकता है।
Shri S. D. Jambotkar, IRS, DD (Ops) ने ड्रग्स ट्रैफिकिंग पर विस्तार पूवर्क अपने विचार रखे। उन्होंने बताया कि ड्रग्स तस्कर विभिन्न नए तरीकों जैसे सोशल मीडिया, ड्रोन, डार्क वेब, कोरियर सर्विस का उपयोग कर नेटवर्क को बढ़ रहे हैं। ड्रग्स पैडर्ल्स पर प्रभावी रोकथाम के लिए एक विशेष कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने NCB द्वारा डार्क नेट पर की गयी कार्यवाही को विस्तारपूर्वक बताया।
Dr. Beulah Emmanuel, APCA Vellore ने Narco-Naxalism से प्रभावित क्षेत्रों के बारे में बताते हुए इस ओर की गयी प्रभावी कार्यवाही के बारे में प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने विश्व एवं राष्ट्रीय स्तर पर ड्रग्स के व्यापार पर डेटा के माध्यम से अपने विचार रखे। ड्रग्स के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही के लिए प्रशिक्षण, जागरूकता, enforcement और काउंसलिंग पर जोर दिया।