उत्तराखंड

भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मलारी हाईवे का बैली ब्रिज तैयार, वाहनों की शुरू हुई आवाजाही

चमोली। नीती घाटी में भारत-चीन सीमा को जोड़ने वाले मलारी हाईवे के कैलाशपुर में गिर्थी नदी पर बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने बैली ब्रिज तैयार कर दिया है। शुक्रवार शाम को ब्रिज से वाहनों की आवाजाही शुरू करा दी गई। बीते 16 अप्रैल को निर्माण सामग्री से भरे ट्रक के गुजरने से यहां बना ब्रिज टूट गया था। सामरिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मलारी हाईवे पर वाहनों की आवाजाही जारी रखने के लिए बीआरओ ने गिर्थी नदी पर मिट्टी और पत्थरों का भरान कर वाहनों की आवाजाही करवाई लेकिन नदी का जलस्तर बढ़ जाने से दिक्कतें हो रही थीं। डेढ़ माह बाद ब्रिज का निर्माण पूरा हो गया।

शुक्रवार को शिवालिक परियोजना के मुख्य अभियंता ब्रिगेडियर प्रसन्ना जोशी ने ब्रिज का उद्घाटन कर यहां सेना, आईटीबीपी के साथ क्षेत्रीय ग्रामीणों की आवाजाही शुरू कराई। उन्होंने बताया कि बीआरओ के जोशीमठ क्षेत्र में 24 अन्य पुलों का कार्य प्रगति पर है, जिन्हें जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इस दौरान बीआरओ के कमांडर कर्नल अंकुर महाजन सहित बीआरओ के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *