आईपीएस बन होशियारी दिखानी पड़ गयी भारी, अब आयी जेल जाने की बारी
हेलो, मैं …आईपीएस बोल रहा हूँ , 5-6 डंफर धुली बजरी पहुंचा दो
बंद हुए अवैध खनन से परेशान होकर नकली आईपीएस अधिकारी बन दे दिया रेता बजरी का आर्डर
विकासनगर। पुलिस का बडा अधिकारी बनकर चौकी प्रभारी पर हिमाचल बार्डर से अवैध रेता बजरी मंगाने वाला फर्जी आईपीएस सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया। बीते गुरुवार को प्रवीण सैनी, चौकी प्रभारी कुल्हाल के मोबाइल पर एक व्यक्ति द्वारा अपने मोबाइल नंबर 9599…….. से कॉल कर अपने आपको एक आई०पी०एस० अधिकारी बताकर पोंटा साहिब, हिमाचल की ओर से 5-6 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी भिजवाने हेतु कहा गया। मोबाइल नम्बर की आईडी चेक की गई तो आईडी किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर पाई गई। संदेह होने पर चौकी कुल्हाल पर धारा 419 आई०पी०सी० के अंर्तगत मुकदमा पंजीकृत किया गया। और फिर अभियुक्त को उसके मोबाइल नंबर की लोकेशन के आधार पर देहरादून स्थित केनाल रोड से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्त से बरामद आई-10 कार नंबर: डीएल-10सीएच-5770 को सीज कर कब्जे में लिया गया। अभियुक्त की तलाशी में उसके पास से 2 मोबाइल फोन बरामद हुए जिनमें से एक फोन के माध्यम से अभियुक्त द्वारा स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर कॉल किया गया था। अभियुक्त से पूछताछ में उसने अपना नाम तारिक अनवर (पुत्र स्व० जयाउद्दीन निवासी ग्राम फेनारा, थाना फेनारा, जिला ईस्ट चंपारण, बिहार हाल पता मकान नंबर 209/16 शाहीनबाग, दिल्ली उम्र 39 वर्ष ) बताया।
अभियुक्त ने बताया कि वो दिल्ली में गारमेंट व हैंडीक्राफ्ट का व्यवसाय करता है। और कैनाल रोड स्थित चालांग में अपनी पत्नी के नाम पर जमीन खरीदी है। जमीन पर निर्माण कार्य हेतु हिमाचल से आने वाली धुली बजरी की जरूरत थी, परन्तु बार्डर पर पुलिस की बहुत ज्यादा सख्ती होने के कारण मुझे पोंटासाहिब हिमाचल की ओर से आने वाली धुली बजरी नहीं मिल पा रही थी।
कोई रास्ता न देख पुलिस विभाग का बड़ा अधिकारी बनकर अपना काम निकाले जाने की योजना बनाई । और स्वंय को आईपीएस अधिकारी बताकर 5-6 डंफर अवैध प्रतिबंधित खनन सामग्री धुली बजरी सस्ते दाम पर भिजवाने के लिए चौकी प्रभारी कुल्हाल को अपने मोबाइल नंबर से कॉल कर दबाव डाला ।
नाम गिरफ्तार अभियुक्त
तारिक अनवर पुत्र स्व० जयाउद्दीन निवासी ग्राम फेनारा, थाना फेनारा, जिला ईस्ट चंपारण, बिहार हाल पता मकान नंबर 209/16 शाहीनबाग, दिल्ली, उम्र 39 वर्ष।